आधुनिक सामाजिक परिवेश में कठिया (ड्यूरम) गेहूं (Kathiya Wheat) अपने खास गुणों, पौष्टिक तत्त्वों तथा अनेक प्रकार के उत्पाद बनाने में प्रयुक्त होने से अधिक महत्त्वपूर्ण हो गया है। कठिया गेहूं (Kathiya Wheat) के दाने साधारण गेहूँ के मुकाबले अधिक कठोर, बड़े, अर्द्ध- पारदर्शी, सुनहरे होते हैं तथा इसमें ग्लूटन की सबलता भी अधिक होती…;[Read More]
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Zero Tillage विधि का उपयोग करके गेहूं की खेती कैसे करें
Zero tillage wheat farming in Hindi: अधिकतर धान फसल की कटाई के उपरान्त उसी खेत में गेहूं की बिना जुताई सीड ड्रिल द्वारा बुआई करने की विधि को गेहूं की जीरो टिलेज तकनीक कहते हैं। जिससे उर्वरक और बीज एक साथ प्रयोग किये जा सकते है। जिन क्षेत्रों की मिट्टी भारी होने के कारण निम्न…;[Read More]
Wheat Varieties in Hindi: जानिए गेहूं की उन्नत किस्में
समस्त खाद्यान्नों में गेहूं (Wheat) का प्रमुख स्थान है। गेहूं की अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए संस्तुत उन्नत किस्मों (Varieties), गुणवत्ता बीज और उचित फसल प्रबन्धन अपनाना चाहिए। गेहूँ के उत्पादन को बढ़ाने में गेहूं की उन्नत किस्में (Wheat Varieties) जो कि अधिक पैदावार की क्षमता से युक्त हैं और रोग रोधी हैं, का…;[Read More]
Wheat Farming in Hindi: जानिए गेहूं की खेती कैसे करें
गेहूं (Wheat) भारत की एक महत्वपूर्ण खाद्यान्न फसल है। भारत के 13 प्रतिशत फसली क्षेत्र में गेहूँ उगाया जाता है। धान के बाद गेहूं देश की सबसे महत्त्वपूर्ण अनाज वाली फसल है और भारत के उत्तर और उत्तरी पश्चिमी प्रदेशों के लोगों का मुख्य भोजन है। भारत की खाद्य सुरक्षा और संप्रभुता की दृष्टि से…;[Read More]
Paddy Farming in Hindi: जाने धान की खेती कैसे करें
धान की फसल (Paddy Crop): विश्व की आधी से अधिक आबादी अपने मुख्य भोजन के रूप में चावल का सेवन करती है। विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों में उगाए जाने के बावजूद, चावल दक्षिण पूर्व एशिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला भोजन है। भारत में, धान की खेती (Paddy Farming) आमतौर पर छह अलग-अलग आवासों…;[Read More]
Crop Production कैसे बढ़ाएं: उपज बढ़ाने के लिए सुझाव
फसल उत्पादन (Crop Production) कैसे बढ़ाएं बहुत लंबे समय से किसानों के लिए प्रमुख चिंताओं में से एक रही है। खेती की दक्षता सदैव प्रति एकड़ भूमि से प्राप्त औसत फसल उपज पर निर्भर करती है। कृषि में फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए सदियों से प्रयास किए जा रहे हैं, आज बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकता…;[Read More]