Chia Seeds Farming: चिया (साल्विया हिस्पेनिका), लैमिएसी कुल का एक पौधा है, जिसे मुख्य रूप से इसके बीज के लिए उगाया जाता है। मानव आहार के लिए इसके बीज का उपयोग महत्वपूर्ण माना गया है। चिया के बीज में 25 से 60% तेल होता है, जिसमें 60% ओमेगा 3 अल्फा-लिनोलेनिक एसिड और 20% ओमेगा 6…;[Read More]
Rabi Crop
Fennel Cultivation in Hindi: जाने सौंफ की खेती कैसे करें
Fennel Farming: सौंफ मसाले की एक प्रमुख फसल है। भारत में इसकी खेती मुख्यत: एक वर्षीय रबी फसल के रूप में की जाती है। इसके दाने आकार में छोटे और आमतौर पर हरे रंग के होते है। सौंफ के दाने को साबुत अथवा पीसकर विभिन्न खाद्य पदार्थों जैसे- सूप, अचार, सॉस, चाकलेट इत्यादि में सुगन्धित…;[Read More]
Cumin Cultivation in Hindi: जाने जीरे की खेती कैसे करें
Cumin Farming: जीरा कम समय में पकने वाली रबी की मसाले की एक प्रमुख फसल है। इसके बीजों को विभिन्न प्रकार की औषधियों में उपयोग किया जाता है। इसके बीजों में वाष्पशील तेल पाया जाता है। जीरे में सुगन्ध उसमें उपस्थित सुगन्धित पदार्थ क्यूमिनोल के कारण होती है। देश का 80 प्रतिशत से अधिक जीरा…;[Read More]
Isabgol Cultivation: जानिए ईसबगोल की खेती कैसे करें
Isabgol Farming in Hindi: ईसबगोल का बानस्पतिक नाम ‘प्लाटैगो ओवेटा’ तथा जीनस प्लाटैगो से संबंधित एक छोटा पौधा है। जिसे साइलियम के नाम से भी जाना जाता है, जो कि महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है, जिसका स्वास्थ्य की दृष्टि से बड़ा ही महत्व है। मानव में होने वाले कई प्रकार के रोगों में ईसबगोल पौधे का…;[Read More]
Taramira Farming in Hindi: जाने तारामीरा की खेती कैसे करें
Taramira Cultivation: तिलहनी फसलों में तारामीरा की फसल संरक्षित नमी और बारानी क्षेत्रों में ली जा सकती है। यह फसल कम लागत और कम सिंचाई सुविधा में भी अन्य फसलों की तुलना में सबसे अधिक लाभ प्रदान करती है। इस फसल को कम उपजाऊ तथा अनुपयोगी भूमि पर भी बोया जा सकता है। इसमें तेल…;[Read More]
Safflower Cultivation: जानिए कुसुम की खेती कैसे करें
Safflower Farming in Hindi: कुसुम को मराठी में करड़ी, कन्नड में कुसुबे, हिन्दी में कुसुम और तेलुगु में कुसुमा कहा जाता है। यह भारत देश की रबी मौसम की एक महत्वपुर्ण तिलहनी फसल है। इसके उत्पादन के भूभाग और उत्पादन के संदर्भ में भारत विश्व में प्रथम स्थान पर है और उत्पादन मे दूसरा स्थान…;[Read More]
Rapeseed Cultivation in Hindi: तोरिया की खेती कैसे करें
Rapeseed Farming: कृषि उन्मुख भारत में तिलहनी फसलों की कम उत्पादकता और खाद्य तेलों की बढ़ती मांग के कारण, देश लगभग 70000 करोड़ रूपये का प्रति वर्ष तेल आयात करता है। रबी तिलहनी फसलों में तोरिया या लाही एक महत्वपूर्ण फसल है, जो लगभग 90-95 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है तथा उत्पादन…;[Read More]
Rye Cultivation in Hindi: जानिए राई की खेती कैसे करें
Rye Farming: राई रबी की प्रमुख तिलहनी फसल है, जिसका भारत की अर्थ व्यवस्था में एक विशेष स्थान है। राई कृषकों के लिए बहुत लोक प्रिय होती जा रही है, क्यों कि इससे कम सिंचाई व लागत में दूसरी फसलों की अपेक्षा अधिक लाभ प्राप्त हो रहा है। राई की खेती (Rye Cultivation) मिश्रित रूप…;[Read More]
Fenugreek Leaves Cultivation: कसूरी मेथी की खेती कैसे करें
Kasuri Methi Farming: कसूरी मेथी (Fenugreek Leaves) एक सुगंधित मेथी है। यह एक वर्षीय शाकीय पौधा है, जिसकी ऊंचाई लगभग 46-56 सेमी तक होती है। यह स्वः परागित प्रकृति का पौधा है। इसकी बढ़वार धीमी तथा पत्तियां छोटे आकार की गुच्छे में लगी होती हैं। पत्तियों का रंग हल्का हरा होता है। फूल चमकदार नारंगी…;[Read More]
Fenugreek Cultivation: जानिए मेथी की खेती कैसे करें
Fenugreek Farming: मेथी फैबेसी परिवार की एक वार्षिक फसल है। यह एक द्विगुणित प्रजाति है। इसे दर्ज इतिहास में सबसे पुराना ज्ञात औषधीय पौधा माना जाता है। मेथी की उत्पत्ति का केंद्र दक्षिण – यूरोप, भूमध्य क्षेत्र और पश्चिमी एशिया है। भारत भी मेथी का मूल निवास है तथा कश्मीर, पंजाब और ऊपरी गंगा के…;[Read More]